Papad | Tasty Homemade Papad | Easy Papad
❤️पापड़ कभी किसी को तन्हा नहीं रहने देता.......
❤️ जब जिसको जहां ज़रूरत हो उस के साथ घुल-मिल जाता है।
❤️ जब घर में दाल चावल बनता है और किसी का कुछ चटपटा
खाने का मन हो तो एक ख्याल आता है चले पापड़ तल लें चटपटा भी हो जाएगा और वक्त भी कम लगेगा।
❤️ शाम की चाय के साथ कुछ चाहिए, फौरन पापड़ तल के हाज़िर हो जाता है।
❤️ कभी अच्छा सा खाने का मन हुआ फटाफट पापड़ तल के तैयार।
❤️ घर में अचानक कोई मेहमान आ जाए और खिलाने का कुछ खास न हो तो पापड़ साथ निभाता है।
❤️ कुछ बहुत अच्छा बन रहा है तो पापड़ ज़रूरी है।
❤️ घर में कुछ सिम्पल सा बन रहा है तो पापड़ ज़रूरी है।
❤️ कोई कहीं जा रहा है और साथ में वहां जाकर तोहफे में कुछ देना है तो बस घर का बना हुआ पापड़ भेज दो हम भी खुश वह भी खुश।
हम इस लिए खुश हो गये कि कम पैसे में अच्छा सामान हो गया, वह इस लिए खुश कि गये कि घर के बने हुए पापड़ आ गये जिस की हमेशा ज़रूरत रहती है।
❤️ जैसे ही गर्मियां शुरू होती हैं घर की औरतों को पापड़ पारने की फ़िक्र शुरू हो जाती है क्योंकि गर्मी में धूप अच्छी रहती है।
❤️ पापड़ को जाड़े में भी पारा जा सकता है या यूं कह लें कि जब धूप अच्छी हो तो पापड़ पार लें।
❤️ पापड़ पारने का विचार बरसात में नहीं करना चाहिए क्योंकि बरसात में कब बारिश हो जाए यह कोई नहीं जानता। कभी-कभी बरसात में बहुत अच्छी धूप रहती है लेकिन अक्सर अचानक से मौसम बदलता है और बारिश शुरू हो जाती है।
❤️ अब तो मशीनों द्वारा भी पापड़ सुखाया जा सकता है या फिर और भी बहुत तरीके हैं जिससे पापड़ को जल्दी सुखाया जा सकता है। लेकिन घरेलू अंदाज़ में धूप में सुखाया हुआ पापड़ सबसे अच्छा रहता है।
❤️ पापड़ बहुत सारी चीज़ें के बनते हैं जैसे- उड़द दाल पापड़, साबूदाना पापड़, मूंग दाल पापड़, आलू पापड़, चावल के पापड़ इसके इलावा अब तो बाज़ार में अलग-अलग प्रकार और अलग-अलग रंगों के साथ ही बहुत सारे फ्लेवर में उपलब्ध हैं। लेकिन जो लोग घर का बना हुआ पापड़ खाते हैं उन को बाज़ार का बना हुआ पापड़ कम पसंद आता है। लेकिन बाज़ार का पापड़ खाने वाले भी कम लोग नहीं हैं।
❤️ वैसे तो पापड़ कई आकार के होते हैं मगर गोल पापड़ सबसे ज़्यादा बनते हैं और पसंद किये जाते हैं।
❤️ पापड़ को तेल में तल कर खाया जाता है और तवे पर सेंक कर भी खाया जाता है।
❤️ आजकल पापड़ को माइक्रोवेव या ओटीजी में सेंक कर खाने का ज़्यादा रिवाज है क्योंकि आज की जेनरेशन का मानना है कि तेल में तला हुआ पापड़ बहुत ज़्यादा तेल लिए हुए होता है जो कि सेहत के लिए अच्छा नहीं है। हालांकि किसी ज़माने में तेल वाला पापड़ खाकर भी वह लोग सेहतमंद हैं उन लोगों के मुकाबले जो कि बिना तेल का पापड़ खाते हैं।
❤️ आज बहुत कुछ बदल चुका है और वक्त के साथ चलने वाले लोग ही कामयाब रहते हैं इसलिए आप को तेल में तला हुआ या आंच पर सिका हुआ जैसा पापड़ मन करे वैसा खाएं।
❤️ पापड़ तलने या सेकने के बाद कुरकुरा रहता है और यह कुरकुरा ही अच्छा लगता है। इस लिए जब पापड़ खाने का इरादा हो तभी तलें और खाएं। हां अगर कुछ बच जाए तो एअर टाइट जार में रख कर रख दें। और जब खाने का मन हो तो खा लें।
❤️ पापड़ एक सदाबहार खाने की चीज़ है इस लिए इस को हमेशा घर में रखें और जब ज़रूरत हो फटाफट तल-सेंक कर सर्व करें।
❤️ पापड़ हिन्दुस्तानी थाली की जान है जिस के बिना थाली अधूरी लगती है।
❤️ पापड़ अमीरों के थाली की शान है तो गरीबों के पेट भरने का सामान भी है।
❤️ कोई पापड़ टाइम पास करने के लिए खाता है तो कोई भूख मिटाने के लिए खाता है।
❤️ कुरकुरा पापड़ बोलता रहता है जिस की आवाज़ हमारे कानों में सुनाई देती है जब भी हम उसको खाते हैं और इस तरह पापड़ हर किसी के दिल में रहता है।❤️❤️❤️
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